महिला थाने पर “महिला थाने पर “संवाद से समाधान” कार्यक्रम में हिंसा पीड़ित महिलाओं के समस्याओं व पर चर्चा
दिनाँक 10 दिसम्बर, 2022 को प्रगति पथ फ़ाउंडेशन और इब्तिदा नेटवर्क द्वारा 16 दिवसीय जेंडर आधारित हिंसा के खिलाफ अभियान के अंतर्गत अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर पर महिला थाना बड़ागाँव, वाराणसी पर ब्लॉक लेवल कंसल्टेशन मीटिंग “संवाद से समाधान” का आयोजन किया गया॰ इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रशासन, हितधारकों व संगठन की महिलाओं-किशोरियों के बीच संवाद स्थापित कर महिलाओं के साथ हो रहे हिंसा का समाधान करना था॰ इस बैठक में पुलिस प्रशासन से थाना बड़ागाँव के एसएचओ श्री अश्विनी कुमार चतुर्वेदी, महिला थाना प्रभारी श्रीमति अंजु यादव, वन स्टॉप सेंटर की सेंटर मैनेजर श्रीमति रश्मि दुबे, महिला कल्याण विभाग से श्रीमति प्रियंका तिवारी, समाज सेविका श्रीमति पुजा श्रीवास्तव वक्ता के रूप में रहे और प्रगति पथ फ़ाउंडेशन की महासचिव श्रीमति नीलम पटेल ने कार्यक्रम का संयोजन किया॰ संवाद से समाधान बैठक में महिलाओं-किशोरियों ने महिला हिंसा से संबन्धित घटनाओं, समस्याओं को उपस्थित सक्षम अधिकारियों के रखा, जहां पर उनकी समस्याओं का समाधान बताया गया॰ इस कार्यक्रम में घरेलू हिंसा, यौन उत्पीड़न, विधवा पेंशन और कोविद-19 आपदा से पीड़ित सहित कुल 7 केसों की सुनवाई हुई॰
एसएचओ थाना बड़ागाँव श्री अश्विनी कुमार चतुर्वेदी ने महिलाओं को संबोधित करते हुये कहा कि महिलाओं को आर्थिक रूप से संबलता ही उन्हे घरेलू हिंसा से मुक्त करा सकती है॰ वर्तमान में आवश्यक है कि किशोरियाँ उच्च शिक्षा प्राप्त करें और अपने पैरों पर खड़ी हों, वहीं दूसरी ओर जो महिलाएं शिक्षा से वंचित हैं या जिनको उचित शिक्षा नहीं मिली है वे कुटीर उद्योग के जरिये आर्थिक रूप से सशक्त हों॰ जब तक उनकी निर्भरता पुरुषों पर होगी, घरेलू हिंसा में कमी नहीं आएगी॰
वन स्टॉप सेंटर की सेंटर मैनेजर श्रीमति रश्मि दुबे कहा कि महिला कल्याण विभाग द्वारा महिलाओं और बच्चों के लिए विभिन्न योजनाएँ संचालित की जा रही है, जिसमें से हिंसा से पीड़ित महिलाओं/बालिकाओं हेतु समस्त आवश्यक सेवाओं के लिए वन स्टॉप सेंटर, महिलाओं की सुरक्षा के लिए महिला हेल्पलाइन 181, चाइल्ड लाइन, निराश्रित महिला पेंशन योजना, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना आदि महिलाओं के कल्याण के लिए चलाई जा रही हैं॰
महिला थाना प्रभारी बड़ागाँव प्रभारी श्रीमति अंजु यादव ने महिलाओं को संबोधित करते हुये कहा कि महिला हिंसा के निवारण में पुलिस की भूमिका महत्वपूर्ण है, किन्तु उसके लिए पहले आवश्यक है कि हिंसा से पीड़ित महिला हिंसा के विरुद्ध आवाज़ उठाए॰ उन्होने यह भी कहा कि प्रशासन महिलाओं के हर समस्याओं के समाधान के लिए तत्पर है, बस जरूरत है महिलाओं को आगे बढ़ने की॰
प्रगति पथ फ़ाउंडेशन की महासचिव श्रीमति नीलम पटेल ने कहा कि संवाद यानि बातचीत से हर समस्या का समाधान है, आज का यह कार्यक्रम हिंसा से पीड़ित महिलाओं और संबन्धित विभागों के अधिकारियों से संवाद का उद्देश्य समाधान को प्राप्त करना है॰ कार्यक्रम में हिंसा पीड़ित महिलाओं के समस्याओं व पर चर्चा
दिनाँक 10 दिसम्बर, 2022 को प्रगति पथ फ़ाउंडेशन और इब्तिदा नेटवर्क द्वारा 16 दिवसीय जेंडर आधारित हिंसा के खिलाफ अभियान के अंतर्गत अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर पर महिला थाना बड़ागाँव, वाराणसी पर ब्लॉक लेवल कंसल्टेशन मीटिंग “संवाद से समाधान” का आयोजन किया गया॰ इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रशासन, हितधारकों व संगठन की महिलाओं-किशोरियों के बीच संवाद स्थापित कर महिलाओं के साथ हो रहे हिंसा का समाधान करना था॰ इस बैठक में पुलिस प्रशासन से थाना बड़ागाँव के एसएचओ श्री अश्विनी कुमार चतुर्वेदी, महिला थाना प्रभारी श्रीमति अंजु यादव, वन स्टॉप सेंटर की सेंटर मैनेजर श्रीमति रश्मि दुबे, महिला कल्याण विभाग से श्रीमति प्रियंका तिवारी, समाज सेविका श्रीमति पुजा श्रीवास्तव वक्ता के रूप में रहे और प्रगति पथ फ़ाउंडेशन की महासचिव श्रीमति नीलम पटेल ने कार्यक्रम का संयोजन किया॰ संवाद से समाधान बैठक में महिलाओं-किशोरियों ने महिला हिंसा से संबन्धित घटनाओं, समस्याओं को उपस्थित सक्षम अधिकारियों के रखा, जहां पर उनकी समस्याओं का समाधान बताया गया॰ इस कार्यक्रम में घरेलू हिंसा, यौन उत्पीड़न, विधवा पेंशन और कोविद-19 आपदा से पीड़ित सहित कुल 7 केसों की सुनवाई हुई॰
एसएचओ थाना बड़ागाँव श्री अश्विनी कुमार चतुर्वेदी ने महिलाओं को संबोधित करते हुये कहा कि महिलाओं को आर्थिक रूप से संबलता ही उन्हे घरेलू हिंसा से मुक्त करा सकती है॰ वर्तमान में आवश्यक है कि किशोरियाँ उच्च शिक्षा प्राप्त करें और अपने पैरों पर खड़ी हों, वहीं दूसरी ओर जो महिलाएं शिक्षा से वंचित हैं या जिनको उचित शिक्षा नहीं मिली है वे कुटीर उद्योग के जरिये आर्थिक रूप से सशक्त हों॰ जब तक उनकी निर्भरता पुरुषों पर होगी, घरेलू हिंसा में कमी नहीं आएगी॰
वन स्टॉप सेंटर की सेंटर मैनेजर श्रीमति रश्मि दुबे कहा कि महिला कल्याण विभाग द्वारा महिलाओं और बच्चों के लिए विभिन्न योजनाएँ संचालित की जा रही है, जिसमें से हिंसा से पीड़ित महिलाओं/बालिकाओं हेतु समस्त आवश्यक सेवाओं के लिए वन स्टॉप सेंटर, महिलाओं की सुरक्षा के लिए महिला हेल्पलाइन 181, चाइल्ड लाइन, निराश्रित महिला पेंशन योजना, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना आदि महिलाओं के कल्याण के लिए चलाई जा रही हैं॰
महिला थाना प्रभारी बड़ागाँव प्रभारी श्रीमति अंजु यादव ने महिलाओं को संबोधित करते हुये कहा कि महिला हिंसा के निवारण में पुलिस की भूमिका महत्वपूर्ण है, किन्तु उसके लिए पहले आवश्यक है कि हिंसा से पीड़ित महिला हिंसा के विरुद्ध आवाज़ उठाए॰ उन्होने यह भी कहा कि प्रशासन महिलाओं के हर समस्याओं के समाधान के लिए तत्पर है, बस जरूरत है महिलाओं को आगे बढ़ने की॰
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