COVID-19: A War Against Hunger
वाराणसी
महानगर में धीरे धीरे एकल परिवार की संख्या बढ़ती जा रही है, लोग नौकरी, व्यवसाय, बच्चों की पढ़ाई के लिए बाहर से आकर बस रहे हैं। ऐसे
में घरेलू कार्यों के लिए कामगारों की आवश्यकता बढ़ रही है, जिसके लिए आस-पास के जनपदों से घरेलू कार्यों को करने
के लिए मजदूर भी आ रहे हैं। कोरोना के कारण लगाए गए लॉक डाउन के कारण घरेलू कामगारों
की मजदूरी बंद हो गयी और वो अपने घर भी नहीं गए। मजदूरी बंद होने से उनके सामने वित्तीय
संकट उत्पन्न हो गया और उनके सामने भुखमरी की स्थिति आ गयी। प्रगति पथ फ़ाउंडेशन को
ऐसे ही 10 जरूरतमन्द परिवारों की सूचना मिली। दिनाँक 20 मई, 2020 को “क्रिया वर्ल्ड” के सहयोग से प्रगति पथ फ़ाउंडेशन
ने COVID-19: एक जंग
भूख के खिलाफ अभियान के अंतर्गत जनपद वाराणसी के उसरपुरवा, शिवपुर में लॉक डाउन से प्रभावित जरूरतमन्द 10 घरेलू
कामगार महिलाओं को खाद्य सामग्री वितरित की गयी। वितरण कार्यक्रम में लॉक डाउन के
निर्देशों और सामाजिक दूरी का ध्यान रखा गया और जरूरतमन्द परिवारों को जागरूक भी
किया गया।
प्रगति
पथ फ़ाउंडेशन की महासचिव नीलम पटेल ने बताया कि प्रगति पथ फ़ाउंडेशन द्वारा COVID-19: एक जंग भूख के खिलाफ़
अभियान के अंतर्गत जनपद वाराणसी में अब तक कुल 1398 जरूरतमन्द परिवारों को राहत
सामग्री वितरित की गयी है॰ एक परिवार के लिए लगभग एक सप्ताह के लिए पर्याप्त
मात्रा में आटा, चावल, दाल, तेल, नमक, मसाले, बिस्कीट व सेनेटरी पैड एक राहत किट में रखा जाता है॰
संस्था द्वारा वास्तविक जरूरतमन्द परिवारों को चिन्हित किया जाता है और प्रशासन के
सहयोग से उनके बीच राहत सामग्री का वितरण किया जाता है॰ उन्होने आगे बताया कि COVID-19: एक जंग भूख के खिलाफ़
अभियान लॉक डाउन की अवधि तक नियमित रूप से चलाया जाएगा॰ संस्था द्वारा सोशल
डिस्टेडिंग और प्रशासनिक निर्देशों का अक्षरशः पालन कर रही है॰ इस अभियान में
सामाजिक संस्थाओं और उदार हृदय के व्यक्तियों का सहयोग प्राप्त हो रहा है, जिसके कारण हम अपने उद्देश्य कि
कोई भूखा न सोये को मूर्त्यरूप में ल पा रहे हैं॰ अभियान की टीम सभी सहयोगियों का
हृदय से आभार व्यक्त करती है॰
वितरण
कार्यक्रम में नीलम पटेल, दीपक पुजारी और विनय मौर्य, अनिल कुमार की महत्वपूर्ण भूमिका
रही।
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