लॉक डाउन में बच्चों को
मिली खुशी, जब उन्हें मिला बाल
पोषण किट
आज जनपद वाराणसी के
विकासखण्ड बड़ागाँव के इटहा गाँव में प्रवासी श्रमिको के बच्चों को खुशी तब मिली जब
उन्हें COVID-19 एक जंग भूख के खिलाफ अभियान के अंतर्गत बाल पोषण
किट वितरण किया गया॰ लॉक डाउन के कारण दैनिक मजदूरी पर आश्रित मजदूरों के सामने दो
आजीविका का संकट था और दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करना भी उनके लिए भारी था, तो पौष्टिक भोजन का तो सवाल ही नहीं उठता॰ बाल मन कभी कभी कुछ पौष्टिक या
कुछ स्नैक्स की माँग करता, तब उनके माता-पिता मजबूरीवश उन्हें
कोरोना का डर दिखा कर चुप करा देते थे, उनके इस संकट ने उनके
बच्चों को मायूस ही कर दिया था॰ लॉक डाउन अनलॉक होने के बाद मजदूरों को कुछ उम्मीद
दिखी, लेकिन वे अभी भी बच्चों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध करा पाने
में असमर्थ हैं॰ बच्चों का मन मारना नीलम जी से देखा नहीं जाता था, लेकिन संस्था की प्राथमिकता पहले श्रमिक परिवारों को भोजन उपलब्ध कराना था॰
संस्था ने निर्णय लिया कि लॉक डाउन 5.0 में हमारा फोकस बच्चों को पोषण किट उपलब्ध कराना
होता, ताकि उनका स्वास्थ्य बेहतर रहे॰ संस्था का लक्ष्य इस दौरान
500 बच्चों को बाल पोषण किट उपलब्ध कराना है, यह अभियान आज से
प्रारम्भ हुआ॰
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